विपक्ष के विधायकों को सत्ता पक्ष की तरफ से खरीदा जा रहा है.
इसलिए हम लोगों ने आग्रह किया है कि इनकी सदस्यता को रद्द किया जाए.उधर राबड़ी देवी ने भी गुरुवार को विधानसभा परिसर में अपने बागी विधायकों पर आक्रमण किया. बागी विधायकों को बेशर्म बताया. बोला कि 10 करोड़ रुपये में उन्हें खरीदा गया है. बीजेपी और जेडीयू को भी उन्होंने बेशर्म बताया.
बता दें कि इसके पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी अपनी पार्टी के दो बागी विधायकों पर कार्रवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपा था. बीते गुरुवार को उन्होंने पत्र सौंपा. कांग्रेस से सिद्धार्थ सौरव और मुरारी गौतम ने पाला बदला है. खत लिखकर इनकी भी सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है.
बागी विधायकों को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से बीजेपी पर लगाए जा रहे इल्जाम पर जेडीयू मंत्री श्रवण कुमार ने पलटवार किया. बोला कि खेल होने की बात कौन बोल रहा था? जो लोग खेल कर रहे थे उनसे पूछिए कि खेल क्यों बिगड़ रहा है. पहले तो विपक्षी दल कr तरफ से खेल होने की बात बोली जा रही थी और आज इल्जाम लगा रहे हैं. विपक्षी दलों के सदन में नहीं रहने पर मंत्री श्रवण कुमार ने बोला कि जनता के मुद्दों को उठाने के लिए विधायकों को सदन में रहना चाहिए.