स्वामी प्रसाद मौर्य अब अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी से पूरी तरह अलग हो गए हैं। उन्होंने नई पार्टी का गठन कर दिया है। इस पार्टी का नाम राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी होगा।
पार्टी का झंडा लॉन्च कर दिया गया है। नीला, लाल और हरे रंग की पट्टी वाले इस झंडे में बीच में RSSP लिखा हुआ है। स्वामी 22 फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में एक रैली को सम्बोधित करेंगे। वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी शामिल होंगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य पिछले कई दिनों से बगावती तेवर अपनाए हुए थे। राज्यसभा चुनाव के टिकट देने में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की उपेक्षा का आरोप लगा रहे थे। बाद में स्वामी ने यह भी कहा कि वह समाजवादी पार्टी के कई नेताओं की बयानबाजी से आहत हैं। सोमवार को उन्होंने अपने लिए नया रास्ता चुन लिया। उन्होंने नई पार्टी के गठन के साथ उसके झंडे की तस्वीर भी मीडिया से साझा की। उनकी इस नई पार्टी में कौन-कौन रहेगा यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।
स्वामी प्रसाद ने 13 फरवरी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था। एक हफ्ते बाद ही उन्होंने अपनी नई पार्टी का ऐलान कर दिया। बताया जा रहा है कि यह पार्टी 2013 में बनाई गई पार्टी थी। स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसे री-लॉन्च किया है।
अलीगढ़ के रहने वाले साहेब सिंह धनगर ने यह पार्टी बनाई थी। साहेब सिंह धनगर 1993 में बीएसपी से विधानसभा चुनाव लडे थे। वह 2002 में सपा से लड़े थे। बीच में बीएसपी से लोकसभा भी लड़े थे। 2013 में इन्होंने आरएसएसपी बनाई।
2014,2017,2019 का चुनाव इनकी पार्टी लड़ी थी। 2020 में इन्होंने इंडियन डेमोक्रेटिक एलायंस IDA बनाया जिसमें कई छोटे मोटे दल साथ आए। इस एलाएंस ने 2022 का चुनाव लडा था। साहेब सिंह धनगर भैय्या जी इस पार्टी के फाउंडर हैं।