बिहार में राजनीति बदल गई है और जिक्रबाजी के साथ आरोप-प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हो चुका है. कल तक नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आरजेडी के साथ थे तो बीजेपी के विरुद्ध बोलते थे. अब महागठबंधन से अलग होने के बाद जब वे आरजेडी के विरुद्ध बोलने लगे, तेजस्वी यादव को बच्चा तक बोल दिया तो शिवानंद तिवारी ने पलटवार किया है. गुरुवार (1 फरवरी) को आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बोला कि आप तेजस्वी यादव को बच्चा बोलकर उनका कद कम नहीं कर सकते. नीतीश कुमार अतीत हैं, जबकि तेजस्वी यादव बिहार के भविष्य के नेता हैं.आरजेडी के दिग्गज नेता ने बोला, "नीतीश कुमार ने हमेशा लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासन को निशाना बनाया. वह बोलते थे कि 2005 से पहले महिलाएं अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकती थीं. 20 वर्ष पहले बिहार में जो हुआ, उसके बारे में बात करने से आपको कुछ हासिल नहीं होगा. बिहार की जनता जानना चाहती है कि नीतीश के 17 वर्ष के कार्यकाल में युवाओं को नौकरियां क्यों नहीं मिलीं?"शिवानंद तिवारी ने आगे बोला, "17 महीने पहले महागठबंधन की सरकार बनी थी, जिसके बाद नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के विजन को अपनाया और आम लोगों को नौकरी देने पर काम करना प्रारंभ किया.
ऐसा चमत्कार कैसे हो सकता है?
यह तेजस्वी यादव के कारण था और बिहार के लोग यह जानते हैं."बीते बुधवार को सीएम नीतीश कुमार पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस प्रश्न पर कि तेजस्वी यादव बोल रहे हैं कि आपके (नीतीश कुमार) 17 वर्ष पर हमारा 17 महीना भारी पड़ा है. तेजस्वी यादव की तरफ से रोजगार और नौकरी का क्रेडिट लिया जा रहा है. जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने आरजेडी पर जमकर आक्रमण किया था. बोला था, "कितने लोगों को रोजगार मिलता है? आप भूल गए 2005 के बाद 2006 से? इन लोग का राज जब था तो क्या होता था? शाम को कोई बाहर निकलता था? जो बच्चा है, बाद में आया है उसको क्या पता है?"