जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूख अब्दुल्ला ने एनडीए गठबंधन में शामिल होने के संकेत दिए हैं. मीडिया से बात करते हुए फारूख ने क्लीयर कर दिया है कि वो किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेंगे.
उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर में अकेले चुनाव लड़ेगी.
फारूख ने श्रीनगर में कहा, "मैं समझता हूं कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होंगे. जहां तक सीट शेयरिंग के फॉर्मूले की बात हैं तो बता दूं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले चुनाव लड़ेगी और इस बारे में कोई शक नहीं है."
आजतक से बात करते हुए फारूख अब्दुल्ला ने कहा है कि मुझे देश बनाने के लिए जो करना पड़ेगा, वो करूंगा. वहीं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात के सवाल पर कहा कि जब वो बुलाएंगे तो कौन बात नहीं करना चाहेगा.
उन्होंने कहा, हम लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेंगे. किसी भी पार्टी के साथ नहीं लड़ेंगे. वहीं एनडीए में शामिल होने पर कहा, हम भविष्य में एनडीए में शामिल होने की संभावनाओं को नकार नहीं सकते. उन्होंने बताया कि इंडिया ब्लॉक में सीटों की शेयरिंग पर बातचीत फेल हो गई, जिसकी वजह से ये फैसला लिया है.
'बंगाल में अकेले लड़ेंगी ममता'
बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. पहले टीएमसी की ओर से कांग्रेस को दो सीटों का ऑफर दिया गया था, लेकिन कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी और नेताओं के बीच कहासुनी के बाद टीएमसी ने राज्य की 42 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.
पंजाब में AAP अकेले लड़ेगी चुनाव
इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सभी 13 लोकसभा सीटों पर अकेले उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है. पहले AAP की ओर से कांग्रेस को 6 सीटों का ऑफर दिया गया था, लेकिन बाद में बातचीत फेल हो गई. वहीं दिल्ली में कांग्रेस को सिर्फ एक सीट का ऑफर दिया गया है, उसके लिए भी कुछ ही दिन दिए गए हैं कि कांग्रेस पार्टी इसको लेकर जल्द ही क्लीयर करे, नहीं तो हम सभी सातों सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे.
INDI से अलग हुए जयंत चौधरी
उत्तर प्रदेश की बात करें तो इंडिया ब्लॉक पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल ब्लॉक से अलग हो चुकी है, उन्होंने औपचारिक रूप से एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. वहीं समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को 11 सीटों का ऑफर दिया है, जिसको लेकर कांग्रेस ने अबतक कुछ भी क्लीयर नहीं किया है.