बिहार के प्रदेश अध्यक्ष अधिकांश समय दिल्ली में ही रहते हैं.
ऐसी स्थिति में उनसे आम कार्यकर्ता कैसे मिल सकता है. वह विधायक तक का फोन नहीं उठाते हैं. उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर दी है.बता दें कि बिहार विधान परिषद की रिक्त होने वाली 11 सीटों के होने वाले चुनाव में महागठबंधन की तरफ से पांच उम्मीदवार उतारे गए हैं. इनमें आरजेडी के 4 और भाकपा-माले के एक उम्मीदवार हैं, जबकि महागठबंधन में सम्मिलित कांग्रेस को स्थान नहीं मिला है. सूची में आरजेडी की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, उर्मिला ठाकुर और सैयद फैसल अली को प्रत्याशी बनाया गया है. महागठबंधन ने अपना पांचवां प्रत्याशी भाकपा (माले) के शशि यादव को बनाया है.वहीं, बिहार में विधान परिषद की रिक्त होने वाली 1 सीटों पर चुनाव होना है, जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. 21 मार्च को इन सीटों के लिए मतदान होगा. सीटों पर निर्वाचित सदस्यों का कार्यकाल मई में समाप्त हो रहा है.