इतना ही नहीं बल्कि चिराग पासवान के परिवार में अरुण भारती का कद बहुत बड़ा है.
अहम निर्णय लेने में चिराग पासवान अरुण भारती का मदद ही लेते हैं.
प्रोग्राम या पार्टी के बड़े आयोजन में वो कई बार चिराग पासवान के साथ दिखते रहे हैं. चाहे कोई भी बड़ा फैसला हो चिराग पासवान अपने बहनोई से अवश्य शेयर करते हैं. हालांकि यह पहले से जिक्र थी कि जमुई लोकसभा सीट पर उनके बहनोई चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अब धीरे-धीरे पिक्चर साफ होती दिख रही हैं.बता दें कि जमुई लोकसभा सीट पर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी की भी चर्चा थी कि वह यहां से चुनाव लड़ सकती हैं. हालांकि यह सीट चिराग पासवान के खाते में चली गई है तो अब ऐसा माना जा रहा है कि अशोक चौधरी की बेटी इस सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगी.शांभवी चुनाव लड़ना चाहती हैं या नहीं इस पर अशोक चौधरी ने मीडिया से बोला, "वह मेरी बेटी पहले थी, अब तो वह कुणाल साहब की बहू है, तो कुणाल साहब यह तय करेंगे कि वह अपनी बहू को चुनाव लड़वाना चाहते हैं या नहीं चाहते हैं. मेरे बोलने से वह चुनाव लड़ेंगी और मेरे नहीं बोलने से वह चुनाव नहीं लड़ेगी ऐसी बात नहीं है." चिराग पासवान की पार्टी से चुनाव लड़ेंगी या नहीं इस पर अशोक चौधरी ने दो टूक में जवाब दिया कि जब ऐसी बात होगी तो हमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना पड़ेगा.