मोदी के परिवार वाले लालू यादव (Lalu Yadav) के वर्णन पर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा (Vijay Sinha) ने गुरुवार को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने बोला कि जिसके साथ वह जन्म लिए, जनता के गरीबों का मसीहा बनकर करके लोगों को धोखा दिए. नीयत और नीति में खोट था. परिवार से बाहर निकल नहीं सके और आज भी अपने परिवार तक सिमटे हैं. दोनों बेटों की चिंता, उनकी बेटी की चिंता सताती है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मां भारती की धरती पर जो भी जन्म लिया है किसी भी जाति, धर्म, भाषा का हो सबकी फिक्र करते हैं. 140 करोड़ लोगों को अपना परिवार मानते हैं.विजय सिन्हा ने बोला कि सारा भारतीय प्रधानमंत्री जी को अपना परिवार और अभिभावक मानते हैं. स्पष्ट झलकता है कि एक परिवारवाद के लिए जीता है और एक राष्ट्रवाद के लिए जीता है. एक परिवार से बाहर नहीं निकल पाता है जनता की गाड़ी कमाई लूटकर परिवार के हित और विकास की बात करता है एक व्यक्ति अपनी जिंदगी के सुख को छोड़कर के घर को त्याग करके राष्ट्र के लिए जीता है.
राष्ट्र के लोगों के लिए जीते हैं और राष्ट्रवाद को सम्मान देश के भीतर ही नहीं,
विश्व में दिला रहे हैं. यह दो नीति पर अंतर है.आगे डिप्टी सीएम ने बोला कि परिवार और भ्रष्टाचार का राज रहेगा या राष्ट्र का और समाज का लोकतंत्र मजबूत होगा? इस पर अब चिंतन प्रारंभ हुई है. वहीं, बता दें कि 3 मार्च को आयोजित राजधानी पटना में आरजेडी की जन विश्वास रैली में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लालू यादव ने बोला था कि मोदी क्या है, क्या चीज है? मोदी परिवारवाद पर कहते हैं, यह बताओ मोदी जी आपको संतान क्यों नहीं हुआ? तुम्हारे पास परिवार नहीं है. मोदी तुम हिंदू भी नहीं है. किसी की मां मरती है तो बेटा बाल अपना छिलवाता है. तुम क्यों नहीं छिलवाए? जब तुम्हारी मां का देहांत हुआ.