बिहार में बीपीएससी पेपर लीक (BPSC Paper Leak) का मामला अभी गरमाया हुआ है. इस मुद्दे को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर आक्रमण बोला है. उन्होंने रविवार को एक्स पर एक एडमिट कार्ड का फोटो शेयर किया है, जिसमें उत्तर लिखा हुआ है. इस फोटो के साथ उन्होंने लिखा कि 'बीपीएससी शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में प्रतियोगी परीक्षाओं के विश्व इतिहास में प्रथम बार एडमिट कार्ड में ही आंसर की बताई जा रही है.तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा कि 'हमारे 17 महीनों का सुनहरा कार्यकाल जिसमें पारदर्शी और निष्पक्ष प्रकार से युवाओं को 4 लाख से अधिक ज्यादा नौकरियां दी गई, वह बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं का स्वर्णिम काल था. अब नीतीश-बीजेपी सरकार ने डेढ़ महीने में ही 17 वर्ष के पुराने कारनामों को दोहराते हुए नकल माफिया को इतना प्रोत्साहन दे दिया कि बीपीएससी शिक्षक भर्ती के तीसरे चरण में प्रतियोगी परीक्षाओं के विश्व इतिहास में प्रथम बार एडमिट कार्ड में ही आंसर की बताई जा रही है और तो और पेपर लीक कराने वाले नकल माफिया को बचाने के लिए इनके वरिष्ठ मंत्री प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं.
पुलिस को फोन कर रहे मंत्रियों का नाम-बूझों तो जाने?
'बता दें कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बिहार लोक सेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई)-3 में कथित प्रश्न पत्र लीक होने के बारे में झारखंड के हजारीबाग जिले में 270 से अधिक अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया है. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा शनिवार को जारी बयान के अनुसार, ईओयू के अधिकारियों ने एक खुफिया जानकारी के आधार पर 14 और 15 मार्च को हजारीबाग में कई जगहों पर तलाशी ली और पाया कि बिहार में कई जगहों से लाए गए टीआरई-3 के अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र प्राप्त कराए गए थे.