तत्काल कैदी की पोस्टमार्टम पुलिस प्रशासन के नेतृत्व में करवाया जा रहा है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कोई खुलासा हो पाएगा कि आखिर कैदी की बीमारी से हुई है मृत्यु हुई है? या फिर कारा मंडल में जेल अधीक्षक ने पिटाई की है? वहीं, इस घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.मिली सूचना के अनुसार मधेपुरा मंडल कारा में पिछले तीन सालों में अब तक आधे दर्जन कैदियों की मृत्यु हो चुकी है. जेल में क्षमता से तीन गुना अधिक कैदी रखे गए हैं. हालांकि, इस मामले को लेकर जेल अधीक्षक कैमरे पर कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं, लेकिन इस मामले को लेकर जेल में कैदियों ने जेल में जमकर हंगामा काटा और जेल अधीक्षक पर कई तरह से इल्जाम लगा रहे हैं. पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है.