यह कानून प्रगतिशील और मानवता के हक में है.
नागरिकता देने का हक भारत सरकार को है. सभी को इस कानून का स्वागत करना चाहिए. किसी भी राज्य सरकार को इसे रोकने का हक नहीं है.एनडीए में सम्मिलित हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस कानून के लागू होने के बाद एक्स पर लिखा, "भारत में लागू हुआ सीएए नागरिकता देने का कानून है. न कि किसी की नागरिकता छीनने का. सबको इस कानून का समर्थन करना चाहिए. मैं उन तमाम गैर भारतीयों को बधाई देता हूं, जो हमारे देश के विकास में हमारे साथ थे पर कई सालों से भारतीय नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे थे."
इससे पहले चिराग पासवान ने सीएए के लागू होने पर बोला, "मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) केंद्र सरकार की तरफ से देशहित में लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले का स्वागत और अभिनंदन."