अधिकांश जिलों में बिजली चमकने के साथ झमाझम वर्षा होने के संकेत है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक ट्रफ रेखा समुद्र तल से औषतन 0.9 किलोमीटर ऊपर झारखंड से उड़ीसा होकर उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश तक गुजर रही है. इसके अलावा, एक चक्रवातीय पारीसंरक्षण समुद्र तल से औसत 3.8 किलोमीटर ऊपर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और आसपास में स्थित है. एक अन्य चक्रवातीय परिसंचरण पूर्वी असम और उसके आसपास समुद्र तल से औसत 1.5 किलोमीटर ऊपर अवस्थित है.इसके साथ ही कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में समुद्र तल से औसत 5.8 अपनी धुरी पर 30 डिग्री उत्तर अक्षांश 68 डिग्री पूर्वी देशांतर में उपस्थित है. जिसके असर से आज 19 मार्च से 22 मार्च तक राज्य के अधिकांस जिलों में मेघ गर्जन और बज्रपात के साथ हल्की या मध्यम स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान है. इसके साथ ही तीन दिनों तक तेज हवा 30 डिग्री से 40 डिग्री तक चलने का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग के अनुसार आज से 21 मार्च तक राज्य के दक्षिणी भागों में खासकर पूर्वी भागों में प्री मानसून सक्रिय रहने की का अनुमान है. दक्षिण भाग के अधिकांश जिलों में टेंपेरेचर में कमी के साथ बादल छाए रहने का के संकेत हैं.बीते सोमवार देर शाम से ही राज्य के पूर्वी भाग के जमुई, भागलपुर, बांका और मुंगेर जिले में हल्की बारिश के साथ मेघ गर्जन का अलर्ट जारी किया गया है. मंगलवार को राजधानी पटना सहित दक्षिण भाग के कई जिलों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है. कल 20 मार्च को राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश होने की चेतावनी दी गई है. हालांकि, बीते सोमवार को टेेंपेरेचर में कोई खास बदलाव नहीं दिखे. सबसे अधिक टेंपेरेचर लगातार तीसरे दिन वैशाली में 36 डिग्री दर्ज की गई. राजधानी पटना के तापमान में हल्की कमी के साथ 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राज्य के सभी जिलों में 31 डिग्री से ऊपर टेंपेरेचर होते हुए औषत 33 डिग्री के आसपास रहा.