कैमूर जिले के चांद थाना क्षेत्र के सिलौटा गांव के रहने वाले भरत बिंद ने 2010 से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. 2010 में जिला परिषद का चुनाव लड़कर उन्होंने जीत हासिल की थी. इसके बाद 2015 में बहुजन समाज पार्टी से भभुआ विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.इसके बाद भरत बिंद लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी में सम्मिलित हो गए. 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी से भरत बिंद को टिकट मिला और उन्होंने भभुआ सीट से चुनाव लड़ा.
इस सीट से उन्हें जीत प्राप्त हुई.
अब एक बार उन्होंने आरजेडी को झटका दे दिया है और पाला बदलकर बीजेपी में सम्मिलित हो गए हैं.दरअसल, शुक्रवार को विधानसभा में बजट सत्र का आखिरी दिन था. दोपहर के बाद विधानसभा के भीतर सदन में गैर सरकारी लिए जा रहे थे. इसी बीच भभुआ विधायक भरत बिंद सदन में आए और सत्ता पक्ष की ओर से जाकर बैठ गए.बता दें कि फ्लोर टेस्ट के दिन सबसे पहले आरजेडी के 3 विधायकों ने पाला बदला था. इसमें चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रहलाद यादव सम्मिलित थे. इसके बाद कांग्रेस से दो और आरजेडी से एक विधायक ने पाला बदल लिया. तीन विधायकों में आरजेडी से संगीता देवी थीं. अब एक बार फिर आरजेडी के विधायक भरत बिंद अलग हो गए. इस प्रकार अब तक तेजस्वी यादव अपने 5 विधायकों को खो चुके हैं. वहीं कांग्रेस ने 2 विधायकों को खोया है.