बिहार के आरा में सोमवार (22 अप्रैल) को शादी समारोह के क्रम में जातिसूचक गाना बजाने के विवाद में बदमाशों ने दुल्हन के चाचा को गोली मार दी. घटना के बाद वहां उपस्थित ग्रामीणों ने गोली मारने वाले को पकड़ लिया और जमकर उसकी पिटाई कर दी. बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.घटना जिले के सहार थाना क्षेत्र के बरूही गांव की है. व्यक्ति को गोली बाएं जांघ में लगी है. जख्मी शख्स को आनन–फानन में उपचार के लिए सहार पीएचसी ले जाया गया. यहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. इसके बाद ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. जानकारी मिलने के बाद सहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोषी को गिरफ्तार कर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आई. पकड़ा गए आरोपी की पहचान अगिआंव गांव निवासी गजेंद्र यादव के बेटे सूरज कुमार उर्फ सूरज कांत के रूप में हुई है.
वहीं जख्मी सहार थाना क्षेत्र के बरूही गांव निवासी वकील राम के 40 वर्षीय पुत्र संतोष राम हैं.
संतोष ने बताया कि मेरे चचेरे भाई अंटु राम की बेटी टुन्नी कुमारी का बारात सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव आया था. बारात आने के बाद द्वार-पुजाई और जयमाला होने के बाद बारातियों की स्वागत के लिए शामियाना में नाच का कार्यक्रम रखा गया था. उस कार्यक्रम में हमारे जाति का गाना बज रहा था. इसी बीच एक लड़का आया और बोलने लगा कि अपनी जाति का गाना बंद करो और मेरी जाति का गाना बजाओ. जख्मी संतोष ने बताया कि "युवक हथियार के बल पर गाना बंद कराकर दूसरा गाना बजवाना चाहता था, जब हम लोगों ने इसका विरोध किया तो उसने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी दी. इसके बाद उसने फायरिंग कर दी, जिसमें गोली मेरे जांघ में लगी है. गोली लगते ही ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी."