मेरी बेटी ने बोला भी था कि ससुराल वाले मोटरसाइकिल मांग रहे हैं.
नहीं देने पर मारपीट कर रहे हैं. हमने बोला कि शादी में बाइक की कोई बात नहीं हुई थी और शादी के बाद में बाइक नहीं दूंगा." बताया जाता है कि शनिवार की सुबह भी सीता देवी ने फोन से अपने परिवार वालों से बात की थी. इसके बाद जब परिजन ने दोबारा फोन किया तो ससुराल वालों ने फोन नहीं उठाया. जिसके बाद उन्होंने उसी गांव के अपने पहचान वाले के पास फोन कर बोला कि थोड़ा पता लगाइए कि मेरी बेटी के घर का क्या हाल-चाल है. जब वह वहां गए तो उन्होंने इस घटना की खबर उन्हें दी. जानकारी पाकर परिजन उसके ससुराल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह मृत अवस्था में जमीन पर पड़ी है और ससुराल वाले सभी लोग फरार हैं.इसके बाद परिजनों ने इसकी खबर सिन्हा थाना को दी. सूचना पाकर सिन्हा थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. सिन्हा थाना थानाध्यक्ष चंद्रशेखर चौहान ने बताया कि "विवाहिता के पिता के बयान पर दहेज कत्ल का एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. जिसमें पति, देवर और ससुर को नामजद दोषी बनाया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि कत्ल है या आत्महत्या. पुलिस आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न स्थानों पर छापेमारी में जुटी है."