दरअसल, डीआरआई की टीम को सिलीगुड़ी में गोल्ड तस्करी की जानकारी मिली थी. इसके बाद अलग-अलग टीम बनाई गई. टीम तस्करों का इंतजार करने लगी. इसी क्रम में सिलीगुड़ी जंक्शन इलाके से बंगाल के कूच बिहार निवासी बिदुभूषण राय नाम के एक व्यक्ति को टीम ने पकड़ा.
उसे टीम डीआरआई के स्थानीय कार्यालय कॉलेज पारा ले गई. यहां पूछताछ शुरू की गई.
उसकी तलाशी ली गई तो कमर में बेल्ट से 12 गोल्ड बिस्किट मिले. वह छुपा कर कूच बिहार से सिलीगुड़ी ले आया था और किशनगंज के दिनेश पारीक को देना था.पूछताछ में बिदूभूषण ने और 2 लोगों के नाम का पर्दाफाश किया. दोनों बिहार के किशनगंज के रहने वाले हैं. बताया कि दोनों गुरुवार को ही एक कार (डब्ल्यू बी 74 एएच 4737) से सिलीगुड़ी रुपया लेकर सोना लेने आ रहा हैं. इसके बाद डीआरआई की टीम डिलीवरी के स्थान सिलीगुड़ी के जलपाई मोड़ पर पहुंची. वहीं कार में बैठे किशनगंज के दिनेश पारीक और मनोज सिन्हा को दबोच लिया.कार की तलाशी ली गई तो रुपया बरामद नहीं मिला. गाड़ी के मैकेनिक को बुलाकर बारीकी से जांच-पड़ताल कराई गई तो कार में डिक्की के नीचे से 80 लाख 50 हजार रुपये बरामद हुए. इसके बाद टीम ने दिनेश व मनोज को गिरफ्तार कर लिया.पूछताछ में कूच बिहार के तस्कर बिदुभूषण ने टीम को बताया कि गोल्ड बिस्किट को बांग्लादेश से तस्करी कर सिलीगुड़ी लाया था. किशनगंज के दोनों तस्करों को रुपया लेकर गोल्ड देना था. गोल्ड का वजन एक किलो 450 ग्राम है. इसका अनुमानित मूल्य एक करोड़ तीन लाख रुपये के करीब है. डीआरआई एडवोकेट रतन बनिक ने बताया कि गिरफ्तार तीनों तस्करों को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया. यहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.