एक-एक दोषी को जेल जाना होगा.
इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बोला कि राजनीतिक कार्यकर्ता की कत्ल होती है तो वह निंदनीय है. सरकार को इस मामले की जांच-पड़ताल करनी चाहिए.पूरे मामले के बारे में बताया जाता है कि सौरभ कुमार जेडीयू के सक्रिय कार्यकर्ता रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनके कई फोटो शोशल मीडिया पर अपलोड है. वह कल बुधवार को अपने दोस्त मुनमुन कुमार के साथ अपने करीबी भाई के रिसेप्शन पार्टी में पुनपुन के बड़हिया कोल गांव में गए थे. वहां से लौटने के क्रम में रात्रि 12:15 के करीब रास्ते में पहले से घात लगाए बाइक सवार दो बदमाशों में उनकी गाड़ी को रोक कर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. जिसमें सौरभ और मुनमुन दोनों को गोली लगी. आनन फानन में दोनों को पटना के कंकड़बाग स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने सौरभ कुमार को मृत घोषित कर दिया. जबकि मुनमुन कुमार अभी भी जख्मी अवस्था में इलाजरत हैं.मौके पर पहुंचे मसौढ़ी एसडीपीओ कन्हैया कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सौरभ कुमार शादी समारोह से लौट रहे थे. इस दौरान पहले से घात लगाए बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है. स्थानीय लोगों ने सड़क को जाम किया था. लोगों को समझा बूझकर जाम हटा दिया गया है. उन्होंने दावा किया कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. हालांकि घटना के पीछे क्या वजह है? इसके बारे में उन्होंने बताया कि अभी जांच-पड़ताल की जा रही है.
वहीं, सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार सौरभ कुमार जदयू के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे थे. साथ ही जमीन कारोबार से भी जुड़े हुए थे. कई भू माफियाओं से उनका संबंध था. कयास लगाया जा रहा है कि जमीन कारोबार की अदावत में वारदात को अंजाम दिया गया है. हालांकि पुलिस इस मामले पर अभी कुछ भी बोलने से मना कर रही है.