कुछ देर बाद उसका शव तालाब में तैरता दिखा.
इसके बाद स्थानीय लोगों की सहायता से उसे बाहर निकाला गया और आनन-फानन में उसे शकुराबाद अस्पताल में लाया गया. यहां के चिकित्सकों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल पहुंचे ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.इधर बच्चे की मृत्यु की खबर सुनते ही परिजनों में तहलका मच गया है. मां बदहवास होकर रोने-चिल्लाने लगी. घटना के बाद से पूरे गांव में मातम पसर गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं घटना की जानकारी पाकर मौके पर पुलिस पहुंच गई और लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. बहरहाल बच्चे की मृत्यु के बाद प्रशासन के छठ घाटों पर सुरक्षा के दावे और व्यवस्था की भी पोल खुल गई कि छठ के पूर्व घाटों का निरीक्षण कर फुलप्रूफ सुरक्षा के दावे किए गए थे. प्रशासन की चूक से छठ को लेकर भक्तिमय खुशियों का माहौल गम और मातम में बदल गया.