पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने बोला कि "हमको तेजस्वी तो कल तक बीजेपी का एजेंट बता रहे थे. आज एनडीए को जीताने की विनती जनता से कर दिये.
राहुल गांधी कभी किसी नेता को बीजेपी का एजेंट नहीं बोलते.
पूर्णिया के मान सम्मान, जीवन मृत्यु की लड़ाई है. तेजस्वी ने आज जो बयान दिया उससे कमजोर वर्ग में क्या संदेश गया. यह कांग्रेस को समझने की आवश्यकता है. कमजोर वर्ग के सम्मान को ठेस पहुंची है."पप्पू यादव यहीं नहीं रूके उन्होंने बोला कि तेजस्वी आरजेडी से भी बड़े हो गए हैं. उनको लगता है की वह जो बोल देंगे वही अंतिम सत्य है. उनको लगता है कि राजा की तरह जो बोल दिये वही कानून है. उन्होंने इंसान के विश्वास को दगा दिया है. पूर्णिया की जनता इसका जवाब देगी. पूर्णिया का हर वर्ग हमारा समर्थन कर रहा है. जनता इस सीट को अपने प्रतिष्ठा से जोड़ चुकी है कि हमको जीताना है. जनता चुनाव लड़ रही है.आरजेडी ने इंडिया गठबंधन की बड़ी पार्टी को कुछ समझा नहीं, अपमानित किया. हम तो इंडिया गठबंधन को मजबूत करना चाहते हैं. चाहते हैं कि देश से गरीबी हटे. जात-पात, हिन्दू-मुसलमान से देश निकले. ऐसी सरकार आए जो रोजगार और किसानों की आय दोगुनी करने की बात करे. बता दें कि सोमवार को पूर्णिया में जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने मतदाताओं से विनती की है कि अगर आप इंडिया गठबंधन की बीमा भारती को नहीं चुनते हो तो इसका मतलब है कि एनडीए को चुन रहे हैं. कहीं तीसरी जगह भटकने की आवश्यकता नहीं. तेजस्वी के बयान से साफ है कि वह नहीं चाहते की निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव जीतें.
प्रश्न उठ रहा है कि क्या पप्पू को मिल रहे जनसमर्थन से राजद की बेचैनी बढ़ गई है. इसलिए तेजस्वी ऐसा बयान दे रहे हैं? दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग है. एनडीए से जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा हैं. महागठबंधन से आरजेडी की बीमा भारती प्रत्याशी हैं और पप्पू यादव निर्दलीय लड़ रहे हैं. यही कारण है कि तेजस्वी यादव निरंतर पूर्णिया में कैंप कर रहे हैं.