घरों का कटाव हो रहा है.
यह सब यहां के बड़े मुद्दे हैं. यहां की स्थिति को बेहतर बनाने की लड़ाई मैं लड़ रहा हूं. सीमांचल के बेबस लाचार लोगों को मैं न्याय दिलाऊंगा.एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने बोला कि सीमांचल के अल्पसंख्यकों ने दूसरी पार्टियों को वोट दिया, लेकिन उनका विकास नहीं किया गया. अब यह लोग अपनी पार्टी एआईएमआईएम को वोट करेंगे. महागठबंधन के जो लोग हमको बीजेपी की 'बी' टीम बोलते हैं. उनसे मेरा डिबेट करा दीजिए. उनकी असलियत सामने ला दूंगा. सीएम नीतीश हमको 'बी' टीम बताते थे अब तो वो खुद बीजेपी के साथ चले गए. बीजेपी को हम लोग फायदा नहीं पहुंचाते. बता दें कि पिछले बार चुनाव में महागठबंधन सिर्फ एक मात्र सीट किशनगंज जीता था. कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी. इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला है. एनडीए में जेडीयू से मास्टर मुजाहिद आलम, महागठबंधन में कांग्रेस से मोहम्मद जावेद (मौजूदा सांसद), एआईएमआईएम से अख्तरुल ईमान प्रत्याशी हैं. और वहीं, किशनगंज में मुस्लिमों की आबादी करीब 70% है.