इसकी सूचना बुधवार को पवन सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक की.
हालांकि वो किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, इसकी खबर उन्होंने नहीं दी है. माना जाता है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं. इससे काराकाट सीट पर राजनीतिक तपिश बढ़ गई है. यह सीट बिहार के लिए पहले से हॉट रही है. यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा चुनावी मैदान में उतरते हैं. इस बार भी एनडीए में उन्हें यह सीट मिली है.उपेंद्र कुशवाहा के करीबियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उपेंद्र कुशवाहा ही यहां से चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में पूर्णिया के बाद यह सीट सबसे ज्यादा जिक्र में रहने वाली है. काराकाट लोकसभा क्षेत्र में 1 जून को वोटिंग होनी है. वोटिंग के दिन यहां की जनता अब निर्णय करेगी कि वो किसे अपना आशीर्वाद देगी. काराकाट लोकसभा सीट पर फिलहाल जेडीयू के महाबली कुशवाहा सांसद हैं. उन्होंने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आरएलएसपी के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा को पराजित कर जीत प्राप्त की थी. इस बार एनडीए गठबंधन के तहत यह सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को मिली है.