नियम के अनुसार लाइसेंस लेना होगा.
200 की भीड़ के लिए 20 वॉलंटियर्स को रहना होगा. सभी का आधार कार्ड देना होगा. जिस इलाके में हिंसक घटना हुई थी उस इलाके में एक साथ ज्यादा लोग नहीं जाएंगे. लाखों की भीड़ को अनुशासित रखना वॉलंटियर्स के लिए भी मुश्किल है.एसपी ने बोला कि वॉलंटियर्स की जिम्मेदारी माइकिंग, रथ और भीड़ को अनुशासित रखने की है. दो-ढाई लाख की भीड़ वॉलंटियर्स अनुशासित नहीं कर सकते. पुलिस के लिए भी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल होता है. जुलूस में डीजे बजाना, तलवार, लाठी-डंडा के प्रदर्शन पर पूरी प्रकार से रोक है. फिलहाल शहर में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. निरंतर शहर में फ्लैग मार्च किया जा रहा है. शहर में जुलूस के लिए लाइसेंस का आवेदन नहीं मिला है.बजरंग दल के संयोजक कुंदन कुमार ने बताया कि इस बार जिला प्रशासन की तरफ से 200 लोगों की अनुमति दी जा रही है. इसमें 20 लोगों का आधार कार्ड जमा करने का आदेश दिया गया. पिछले वर्ष हुई घटना का हवाला दिया जा रहा है. इसी सभी नियम को लेकर इस बार विशाल शोभायात्रा बिहार शरीफ में नहीं निकाली जाएगी. गाइडलाइन का पालन करना असंभव है.