2009 में वह हमारे पिता के विरुद्ध चुनाव मैदान में उतरे थे.
चिराग पासवान ने बोला कि यह (महेश्वर हजारी) वही लोग हैं जिन्होंने अनुसूचित जाति को तोड़ा है यह वही लोग हैं जो रामविलास के विरुद्ध लगे रहे हैं. हमारी कम्युनिटी को तोड़ने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी. यह वही लोग हैं जिन लोगों ने हमारे पासवान जाति को तोड़ा है. यह चुनाव का वक्त है इस पर जनता निर्णय करेगी, लेकिन हमें नहीं लगता है कि हमारी कम्युनिटी का कोई भी सदस्य उनके साथ जाएगा. उन्होंने बोला कि ये वही लोग हैं जो रामविलास जी को गाली देते रहे और आज उनके साथ चुनाव लड़ रहे हैं जिन्होंने हमारे माता जी को गाली दी है.बता दें कि समस्तीपुर लोकसभा सीट चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास के खाते में है और उस सीट पर चिराग पासवान ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. हालांकि महेश्वर हजारी उस सीट पर अपने बेटे सन्नी हजारी के लिए चिराग पासवान के पास कई बार चक्कर लगा चुके थे. सन्नी हजारी समस्तीपुर लोकसभा के लिए पहले से तैयारी भी कर रहे थे, लेकिन चिराग पासवान ने उन्हें टिकट नहीं दिया.
बताया जाता है कि महेश्वर हजारी और चिराग पासवान पारिवारिक संबंधी भी हैं, लेकिन चिराग की पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद महेश्वर हजारी ने अपने बेटे के लिए महागठबंधन का दरवाजा खटखटाया और कांग्रेस ने सन्नी हजारी को समस्तीपुर लोकसभा से टिकट दे दिया है.