वहीं दूसरी तरफ शारीम अली भी जेडीयू में सम्मिलित हुए.
वह 2015 में जीतन मांझी की पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़े थे. अभी किसी पार्टी में नहीं थे. इस तरह सोमवार को दो नेताओं ने जेडीयू का दामन थाम लिया. इस मौके पर प्रोग्राम में उपस्थित विजय कुमार चौधरी ने बोला कि दोनों (चंदन कुमार और शारीम अली) के आने से जेडीयू को मजबूती मिलेगी. सीएम के काम से प्रभावित होकर आए हैं.बता दें कि आरजेडी को इन दिनों निरंतर झटका मिल रहा है. अभी पिछले महीने (मार्च 2024) में भभुआ से विधायक भरत बिंद ने पाला बदला था. वह सत्ता पक्ष में जाकर बैठ गए थे. इस तरह बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद आरजेडी विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी, प्रहलाद यादव ने आरजेडी का साथ छोड़ दिया था. ऐसे में देखा जाए तो निरंतर छोटे-बड़े नेताओं का पार्टी से जाना लगा है. लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह पार्टी से नेताओं का जाना आरजेडी के लिए झटका से कम नहीं है.