जिनका हिडेन एजेंडा हो और अपवित्र गठबंधन हो तो इस प्रकार की बातें होंगी हीं.
जांच एजेंसियों को बीजेपी का जमाई बताने पर विजय कुमार सिन्हा ने बोला कि "मैं बता दूं कि तेजस्वी यादव जो भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं यह राजनिति का दुर्भाग्य है. सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स को बीजेपी का जमाई बोल रहे हैं. अरे वह मां भारती के संतान हैं और यह संविधान हमारी माता के रूप में है और माता के यह पुत्र संवैधानिक संस्था है, जो इस पर मजाक कर रहे हो और इस तरह की शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हो. तो ये तुम्हारी गिरती मानसिकता का परिचायक है."वहीं रांची की रैली में हुए बवाल को लेकर सांसद चिराग पासवान ने बोला कि कल प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिली है और अप्रत्यक्ष रूप से तो निरंतर यह झड़प होती रही है. इस झड़प का सबसे खूबसूरत उदाहरण पहले चरण का चुनाव रहा है. पहले चरण के चुनाव में जिस तरीके से बिना घटक दलों से बात और जिक्र किए हुए सीटों का बंटवारा किया. सिंबल को बांट दिया गया. यह अपने आप में दर्शाता है कि इस गठबंधन में सब कुछ ठीक तो नहीं है. दरअसल रांची में इंडिया गठबंधन की रैली में रविवार को दो गुटों के कार्यकर्ताओं के बीच बवाल हो गया. आपस में दो गुट भिड़ गए थे इस क्रम में जमकर हाथापाई भी हुई. कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के ऊपर कुर्सियां फेंकी और लाठियों से आक्रमण किया. बवाल का वीडियो सामने आने के बाद गठबंधन की भारी फजीहत हुई. वीडियो में कार्यकर्ता एक-दूसरे के ऊपर कुर्सी और लाठी से आक्रमण करते नजर आ रहे हैं. घटना में कुछ कार्यकर्ता जख्मी भी हुए हैं. कार्यकर्ताओं के बीच झड़प चतरा से कांग्रेस उम्मीदवार के एन त्रिपाठी को लेकर हुई थी. सूत्रों के मुताबिक चतरा के कार्यकर्ता केएन त्रिपाठी से खुश नहीं हैं.