भोजपुरी सिने जगत के पावरस्टार बोले जाने वाले पवन सिंह ने काराकाट से लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्णय ले लिया है. बुधवार (10 अप्रैल) को एक्स पर उन्होंने इसकी सूचना दी. ज्यादा संभावना है कि वह इस सीट से निर्दलीय ही लड़ेंगे. पवन सिंह का एक मशहूर डायलॉग है 'झमकवला से होई...' अब शायद उनके लिए चुनाव में झमकाने का समय आ गया है.काराकाट से एनडीए गठबंधन ने पहले ही अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. राष्ट्रीय लोक मोर्चा से उपेंद्र कुशवाहा इस सीट से चुनाव लड़ेंगे. महागठबंधन ने भी राजाराम सिंह को उम्मीदवार बना दिया है. ऐसे में पूरी आशा है कि पवन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. अब ऐसी चर्चा है कि पवन सिंह इस इंतजार में थे कि बीजेपी शायद उन्हें यूपी की बलिया सीट से अवसर दे दे. ऐसे में जब बुधवार को बीजेपी ने बलिया से नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाने का फैसला ले लिया तो पवन सिंह के पास कोई रास्ता नहीं बचा. उन्होंने भी तुरंत घोषणा कर दी कि वह काराकाट से चुनाव लड़ेंगे.बता दें कि बीजेपी ने आसनसोल सीट से पहले पवन सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया था. पवन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने से साफ तौर पर मना कर दिया था.
बुधवार को बीजेपी ने आसनसोल से एसएस अहलूवालिया को उम्मीदवार बना दिया.
उधर जिस उम्मीद में थे पवन सिंह कि उन्हें कोई और सीट (बलिया) मिलेगी वह भी नहीं हुआ. ऐसे में पवन सिंह को बड़ा झटका लगा है.पवन सिंह शुरुआती दौर से ही आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. आरा लोकसभा पर आरके सिंह निरंतर दो बार से जीत दर्ज कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी ने विश्वास जताते हुए तीसरी बार भी आरके सिंह को ही अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इसके बाद यह भी जिक्र हुई थी कि पवन सिंह आरजेडी में सम्मिलित होने वाले हैं, लेकिन यह बात केवल चर्चा रही. इसके बाद पवन सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा उत्तर प्रदेश की बलिया सीट से होने लगी. अब बलिया से नीरज शेखर को बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया.इसके साथ ही पवन सिंह ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह की पिक्चर और बीजेपी के सिंबल भी अपने एक्स अकाउंट से हटा दिया है. ऐसे में साफ है कि पवन सिंह बीजेपी से अप्रसन्न हो गए हैं.