मंगलवार को दक्षिण बिहार में भी टेंपेरेचर में वृद्धि के आसार नहीं हैं.
दक्षिण बिहार के अधिसंख्य जिलों में बादल छाए रहने के साथ कई जिलों में बूंदाबांदी तो कुछ-कुछ जिलों में हल्की या मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की जा सकती है. उत्तर बिहार से सटे राजधानी पटना सहित बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर में वज्रपात के साथ तेज हवा चलने का पूर्वानुमान है.मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुकूल पूर्वोत्तर और उसके आसपास के क्षेत्र पर 1.5 किलोमीटर ऊपर एक चक्रवातीय परिसंचरण देखा जा रहा है. इसकी वजह से पूरे बिहार में प्री-मॉनसून का प्रभाव ज्यादा देखने को मिलेगा. मौसम विभाग के अनुकूल एक मार्च से प्री-मॉनसून चलता है. एक मार्च से 6 मई तक तीन प्रतिशत बारिश की कमी हुई है. अगले तीन दिन तक होने वाली वर्षा से इसकी पूर्ति नहीं हो सकती है लेकिन राहत मिलने की आशा है.मौसम में परिवर्तन बीते सोमवार से ही देखने को मिला. सोमवार की देर शाम पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी और शिवहर जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया. इसमें मध्यम स्तर की बारिश के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात और तेज हवा दर्ज की गई. सोमवार को राज्य के सभी जिलों के टेंपेरेचर में भारी गिरावट दर्ज की गई. सिर्फ रोहतास के डेहरी ऑन सोन में 40 डिग्री टेंपेरेचर दर्ज किया गया जो राज्य का सबसे अधिक टेंपेरेचर रहा. पटना के टेंपेरेचर में 6.2 डिग्री की गिरावट हुई है. यहां का अधिकतम टेंपेरेचर 34.6 डिग्री सेल्सियस रहा.मौसम विभाग के अनुसार आने वाले अगले 5 दिनों तक तीन से चार डिग्री टेंपेरेचर में और गिरावट हो सकती है. 12 मई के बाद टेंपेरेचर में बढ़ोतरी होने के संकेत हैं. अगले चार दिनों तक राज्य के अधिसंख्य जिलों में वर्षा के संकेत हैं.