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गर्मी ने मचाया तांडव एक दिन में ही बिहार, यूपी और ओडिशा में 200 से अधिक लोगों की मौत

संवाद 

भीषण गर्मी के कारण लोग काल के गाल में समा रहे हैं। राजस्थान, ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों में हीट स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या अब परेशान कर रही है।
देश भर के अलग-अलग राज्यों में भीषण गर्मी के कारण लोग काल के गाल में समा रहे हैं। राजस्थान, ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों में हीट स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या अब परेशान कर रही है। राउरकेला में गुरुवार को पारा 43.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के कारण 6 घंटे के अंतराल में लू से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। राउरकेला सरकारी अस्पताल की अधीक्षक डॉ. सुधारानी प्रधान ने कहा कि गुरुवार दोपहर 1.30 बजे से रात 8 बजे के बीच 8 लोगों को अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया, जबकि दो लोगों की अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद मौत हो गई। उन्होंने कहा, "चूंकि उनके (मरीजों के) शरीर का तापमान लगभग 104 डिग्री फारेनहाइट था, हमें संदेह है कि उन्हें हीटस्ट्रोक हुआ है। हालांकि, सटीक कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा।"
बता दें कि वहीं, लू से पीड़ित नौ लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। गुरुवार को पूरे ओडिशा में भीषण गर्मी की स्थिति बनी हुई थी और राज्य में नौ स्थानों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। 47 डिग्री सेल्सियस के साथ झारसुगुड़ा सबसे गर्म स्थान रहा। आईएमडी वैज्ञानिक उमा शंकर दास ने बताया कि झारसुगुड़ा का मई महीने का सर्वकालिक रिकॉर्ड 28 मई 1998 को 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जिससे आज का तापमान छठा सर्वकालिक उच्चतम हो गया।

 राजस्थान में लू गई पांच लोगों की जान
वहीं राजस्थान में लू से पांच लोगों की मौत हो गई राजस्थान में निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने गुरुवार को इस बारे में बताया। डा माथुर ने कहा कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में लू से मौतों की जो संख्या प्रकाशित या प्रसारित की जा रही हैं, वे तथ्य से परे हैं क्योंकि लू से होने वाली मौतों के प्रमाणिक आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ही जारी किए जा रहे हैं। वहीं राजस्थान उच्च न्यायालय ने गुरुवार को राज्य सरकार को हीट स्ट्रोक के कारण जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को मुआवजा देने का निर्देश दिया।

 बिहार में गर्मी ने मचाया तांडव, 40 लोगों की हुई मौत
बिहार में भीषण गर्मी की वजह से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में गुरुवार को गर्मी का भीषण तांडव देखने को मिला। राज्यभर के विभिन्न जिलों में एक दिन में 40 से ज्यादा लोगों की लू से मौत हो गई। अकेले औरंगाबाद जिले में गुरुवार को कम से कम 15 लोगों ने हीटवेव की वजह से दम तोड़ दिया। मरने वालों में शिक्षक, रेलवे कर्मचारी और पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। *बीते 24 घंटे के भीतर रोहतास जिले में 7,* जहानाबाद में 7, कैमूर में पांच, सारण और बेगूसराय में भी एक-एक शख्स की जान गई। बुधवार को भी राज्यभर में 8 लोगों की लू की चपेट में आने से मौत हुई थी। 

 यूपी में गई 73 लोगों की जान
प्रचंड लू और गर्मी की चपेट में चल रहे यूपी को गुरुवार को भी राहत नहीं मिली। सूरज आग उगलता रहा जिसके चलते प्रदेश में 73 और लोगों की जान चली गई। प्रदेश में सबसे अधिक दिन का तापमान बुलंदशहर में 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 9 मई 1978 को बुलंदशहर में दिन का तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसके बाद कन्नौज में 48.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। शाम को मौसम का मिजाज बदला और आगरा, शाहजहांपुर, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर में आंधी के साथ आई बारिश ने तपिश से कुछ राहत दी। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वी यूपी में कुछ स्थानों पर लू का प्रकोप रह सकता है। पश्चिम यूपी में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चलने के भी आसार हैं।

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