मुजफ्फरपुर में अपने घर के लोगों को चिट्ठी लिखकर बाबा के पास जाने की बात कहकर निकली तीन छात्राओं का शव मथुरा आगरा रेलवे लाइन के ट्रैक के पास मिला है. मथुरा पुलिस ने लाश के पास बरामद साक्ष्य के आधार पर मुजफ्फरपुर पुलिस से सोमवार (27 मई) को संपर्क किया. दो छात्रा योगियामठ की रहने वाली हैं जिनकी पहचान फोटो से परिजनों ने किया है. इसके बाद पुलिस की टीम और परिजन सोमवार को मथुरा के लिए रवाना हो गए थे. तीसरी डेड बॉडी बालूघाट के छात्रा के होने की आशंका हैं.घटना को लेकर सिटी एसपी ने बताया कि सभी छात्रा की मृत्यु ट्रेन के सामने आने से हुई है. अन्य सभी बिंदुओ पर जांच-पड़ताल की जा रही है. यूपी पुलिस को डेड बॉडी के पास से मिले साक्ष्य और पत्र से बिहार से जुड़ा मामला पता चला. तब मथुरा पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि एक छात्रा के कपड़े में मुजफ्फरपुर शहर के ग्लोब टेलर का टैग लगा है, जिससे कि मथुरा पुलिस ने लाश की पहचान की. इसके बाद इस मामले में मुजफ्फरपुर पुलिस से संपर्क किया. शहर के योगियामठ की गौरी और माया के साथ बालूघाट की माही एक साथ 13 को ट्रेसलेस हुई. यही नहीं यह तीनों यदुपति लेन में एक कोचिंग में पढ़तीं थीं और उस दिन गरीब स्थान मंदिर में पूजा करने के बहाने घर से निकलीं थीं. इसके बाद घर नहीं लौटीं. जब खोजबीन हुई तो एक छात्रा के बैग में परिजन को खत मिला. जिसमें यह लिखा था कि हम लोग धार्मिक यात्रा और हिमालय पर जा रहे हैं. तीन महीने तक हम लोगों की खोजबीन नहीं कीजिएगा.अपने-अपने घर से लापता हुई तीनों छात्रा ने एक खत अपने घर में छोड़ा था, जिसमें लिख था बाबा के दर्शन के लिए बुलावा है. हिमालय पर जा रही हूं. आप लोगों हमें खोजने की कोशिश नहीं करे. अगर खोजबीन की तो हम लोग मर जाएंगे, जिसके बाद छात्रा के परिजन को यह आशंका हुई थी की कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है. इसके बाद परिजनों ने आनन-फानन में खोजबीन शुरू कर दी, लेकिन कोई पता नहीं चला. इसके बाद पुलिस के पास इस मामले में जांचफ के लिए पहुंचे.
पूरे मामले में मृतका छात्रा गौरी के परिजन अमित रजक ने बताया कि बेटी के घर से जाने के बाद अगले ही दिन 14 मई को नगर थाना के पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने इस मामले में बार बार टाल मटोल किया और कई बार FIR दर्ज के लिए आवेदन में बदलाव की बात की. इसके बाद थक हारकर करके हमलोग लोग खुद से बच्ची को ढूंढने निकल गए.
अगर समय से पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाई होती तो शायद यह घटना नहीं होती.
गौरतलब है कि 6 महीने पहले छात्रा माही से कोचिंग में योगियामठ में रहने वाली दो छात्रा और परोसी गौरी और माया के संपर्क में आई है।इसके पूर्व में माही पूजा पाठ में लीन रहती थी और पूजा पाठ ज्यादा करती थी और माही के संपर्क में आने के बाद गौरी और माया भी भगवान की पूजा करने लगी और इन्होंने मांसाहार खाना बंद कर दिया और फिर इन सबकी आपस में घनिष्ठा और बढ़ गई. भगवान और बाबा के प्रति और भी नजदीक होती चली गई.तीन छात्रा की मृत्यु मामले की जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस ने बताया कि तीनों की मृत्यु ट्रेन से कटकर हुई है. इस बात का खुलासा मथुरा रेलवे ट्रैक के पास से गुजरी लोको पायलट और ट्रेन के गार्ड से किया गया है. इसके साथ ही तीनों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ा था. यह खबर मथुरा की पुलिस ने दी है. जिले की पुलिस भी मथुरा पुलिस से इस मामले में जानकारी जुटा रही है और अभी वहां पहुंच कर जांच-पड़ताल कर रही है. सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बोला कि परिजन के इल्जाम की पुलिस ने एफआईआर में दस दिन लगाए हैं, इस मामले को गंभीरता से देख रही है कि आखिर किस वजह से देरी की गई.