इन विद्यालयों में एक लाख 40 हजार 405 छात्र-छात्राओं ने प्रोग्राम में भाग लिया.
577 विद्यालयों में प्रोग्राम नहीं कराया गया.सर्व शिक्षा अभियान के मीडिया संभाग के प्रभारी सुजय सिंह ने सोमवार (20 मई) को बताया कि विभाग के 577 स्कूल के प्रधानाध्यापक की तरफ से निर्देश की अवहेलना की गई है. 'सुरक्षित शनिवार' का प्रोग्राम नहीं करना घोर लापरवाही है. इन सभी प्रधानाध्यापकों की सूची जारी करते हुए सष्टीकरण मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वेतन कटौती करते हुए विभागीय कार्रवाई की जाएगी.बता दें कि सरकारी स्कूलों में शनिवार को बैगलेस डे के रूप में मनाते हुए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है. इस शनिवार बच्चों को आंधी, चक्रवाती तूफान व ठनका से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल के माध्यम से जानकारी दी जानी थी. प्रोग्राम के बाद प्रधानाध्यापकों को जिला शिक्षा कार्यालय में रिपोर्ट देनी थी. जिला कार्यालय की तरफ से समेकित रिपोर्ट ई-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड करते हुए राज्य कार्यालय को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश है. विभाग मुख्यालय की तरफ से डीईओ को यह निर्देश दिया गया है कि विद्यालयों में प्रोग्राम सुनिश्चित कराएं.
हर शनिवार को स्कूलों में बच्चों को बिना किताब के आना है. उस दिन प्रत्येक स्कूल में चयनित फोकल शिक्षक की तरफ से बच्चों को समाज से जुड़ी हर जानकारी के बारे में बताया जाता है. जैसे आंधी, तूफान, बिजली, बारिश, आग की घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है इसकी विस्तृत सूचना दी जाती है. साथ ही बच्चों के सामने ऐसी घटना का रिक्रिएशन करके दिखाया भी जाता है.