देशभर में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं। पांचवे चरण के मतदान के लिए 49 सीटों पर होने वाला चुनाव प्रचार थम गया है। इस बीच चुनाव आयोग ने हर गतिविधि पर अपनी नजर बनाई हुई है। अब आयोग द्वारा एक महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।
अधिकारियों ने लोकसभा चुनाव के बीच अलग अलग कार्रवाईयों में 8,889 करोड़ रुपये नकदी और नशीली दवाएं बरामद की है। अधिकारियों ने बताया कि इस धन और ड्रग्स के जरिए मौजूदा लोकसभा चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित किया जाना था।
बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं जब्त
अधिकारियों द्वारा बरामद की गई वस्तुओं में सबसे बड़ा हिस्सा यानी 45 प्रतिशत हिस्सा नशीली दवाओं का है। करीब 3,959 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है। चुनाव अधिकारी ने कहा कि ड्रग्स, शराब, कीमती धातुएं, मुफ्त चीजें और नकदी अलग-अलग स्तर पर चुनावों को प्रभावित करते हैं।
चुनाव को प्रभावित करने की साजिश नाकाम
इस मामले से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि नशीली दवाएं, शराब, कीमती धातुएं और नकदी का इस्तेमाल अलग-अलग स्तर पर चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस बार चुनाव आयोग ने नशीले पदार्थों को जब्त करने पर जोर दिया है।
आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद पता चला है कि जिन राज्यों के रास्ते नशीले पदार्थों की तस्करी की जाती थी, वो राज्य अब तेजी से नशे का केंद्र बन रहे हैं।
गुजरात एटीएस, एनसीबी और कोस्ट गार्ड की बड़ी कार्रवाई
गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और भारतीय तटरक्षक बल की साझा कार्रवाईयों में नशीले पदार्थों की तीन बड़ी बरामदगियां की गईं हैं।
सिर्फ तीन दिन के भीतर 892 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं जब्त की गईं हैं। इसके अलावा अब तक की सभी कार्रवाईयों में 849.15 करोड़ रुपये नकदी, 814.85 करोड़ रुपये की शराब, और 3,958.85 करोड़ रुपये की नशीली दवाएंं और 1,260.33 करोड़ रुपये की कीमती धातुएं जब्त की गईं हैं।