अपराध के खबरें

तेजस्वी के विधानसभा क्षेत्र में यादव वोटर्स चिराग पासवान के पढ़ रहे कसीदे, क्या है पूरा मामला?


संवाद 


लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों में हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र काफी सीट मानी जा रही है. यहां से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) एनडीए से चुनाव मैदान में हैं. वहीं आरजेडी ने शिवचंद्र राम (Shivchandra Ram) को अपना उम्मीदवार बनाया है. आरजेडी की तरफ से दावा किया जा रहा है कि इस बार हाजीपुर लोकसभा से महागठबंधन के उम्मीदवार की जीत होगी, लेकिन राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के वोटर्स भी चिराग पासवान के साथ दिख रहे हैं. पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट.राघोपुर विधानसभा क्षेत्र नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का क्षेत्र है और वह यहां के विधायक हैं. राघोपुर से 1995 से लेकर अब तक लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव विधायक रहे हैं. यह पूरा इलाका यादव बहुल क्षेत्र माना जाता है. तेजस्वी यादव को लोकसभा में भी उम्मीद रहती है कि इस क्षेत्र से हम लीड करेंगे लेकिन आज कल इस क्षेत्र के यादव समाज के लोग भी चिराग पासवान का गुणगान करते नजर आ रहे हैं. यादव समाज के लोगों ने बोला कि विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को हम लोग जिताते हैं क्योंकि हमारे तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान से अच्छा नेता कोई नहीं है.

 चिराग पासवान युवा नेता हैं और युवाओं के लिए हमेशा सरकार से लड़ते रहे हैं.

हालांकि यादव समाज के कुछ लोग आरजेडी से नाराज भी हैं. उसका बड़ा कारण है करीब 30 किलोमीटर की लंबाई में राघोपुर विधानसभा क्षेत्र है और जिस जगह पर छह लेन पुल का निर्माण किया जा रहा है उससे अधिकांश स्थानीय लोगों को खास फायदा नहीं दिख रहा है. यादव समाज के लोगों ने बोला, "हम लोग छह लेन पुल बनने के बाद भी बाजार जाना होगा तो हम लोगों का नजदीकी बाजार फतूहा या खुसरूपुर होगा. उसके लिए हमें नाव का ही सहारा लेना पड़ेगा. अगर पक्का पुल बनता तो हम लोगों को फायदा होता, लेकिन इससे हम लोगों को कोई बड़ा फायदा नहीं दिख रहा है. तेजस्वी यादव विधायक बनते हैं, लेकिन यहां उनके ठेकेदार लोग कोई कार्य नहीं करते. हम लोग की समस्या को भी वह वहां तक नहीं पहुंचाते हैं."
बता दें कि जमुई सांसद और एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने पहली बार हाजीपुर लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. लोकसभा चुनाव में हाजीपुर की सीट एलजेपी (रामविलास) की परंपरागत सीट रही है. इस सीट के लिए चिराग पासवान ने लंबी लड़ाई लड़ी है, वो हमेशा अपने पिता की सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. इस सीट के लिए वो अपने चाचा पशुपति पारस की भी नाराजगी झेल रहे हैं. चिराग पासवान इस सीट पर जीत के लिए आश्वस्त भी हैं और काफी ज्यादा मेहनत भी कर रहे हैं. सियासत के जानकारों का मानना है कि इसमें कोई दो राय नहीं कि चिराग पासवान को अपने वोटर्स के अलावा अन्य जातियों का वोट भी उन्हें मिल सकता है, क्योंकि उनके पिता स्वर्गीय राम विलास ने वैशाली के लोगों के लिए काफी कार्य किया है, अब जबकि पहली बार उनका बेटा अपनी जमीन से चुनाव लड़ रहा है तो लोग हाथों हाथ अवश्य लेंगे. 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live