इन जैसे कई मुद्दों के साथ हम मैदान में हैं.
रामकृपाल यादव ने बोला, “हम विजन और नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ रहे हैं. उनके पास न विजन है न नेता है. विपक्ष के लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. जेल जाने का डर सता रहा है. इसलिए अभी विपक्षी दल एक साथ लड़ रह हैं.” विपक्ष का प्रश्न कि पाटलिपुत्र क्षेत्र में कुछ कार्य नहीं हुआ इस पर उन्होंने जवाब देते हुएअपना रिपोर्ट कार्ड बताया और जो काम हुए उसे गिनवा भी दिया.इसके साथ ही रामकृपाल यादव ने मीसा भारती से बतौर आठ वर्ष राज्यसभा सांसद रहते हुए क्षेत्र में किए गए पांच कार्य गिनवाने को बोल दिया. वहीं तेजस्वी यादव पर भी रामकृपाल हमलावर रहे. उन्होंने बोोला कि सरकार में रहते हुए तेजस्वी के पास कई विभाग के मंत्रालय थे उन्होंने क्या-क्या किया? चाचा-भतीजी के रिश्ते पर रामकृपाल बोले कि राजनीतिक तौर पर ही भतीजी से लड़ाई है, लेकिन राजनीति से अलग वो भतीजी हैं. उन्हें मैं दिल से आशीर्वाद देता हूं. हमेशा खुश रहें. उन्होंने 2019 में मेरा हाथ काटने को बोला था, फिर भी मैंने बोोला कि कटे हाथ से आशीर्वाद दूंगा. 2014 में मेरे दिल्ली आवास पर मुझे चाचा-चाचा बोल कर मना रही थीं. मैं जब तक जीवित हूं वो हमेशा मेरी बेटी मेरी भतीजी रहेंगी,आशीर्वाद देता रहूंगा मैं.