मेरे मान सम्मान की लड़ाई है.
इसलिये चुनाव हम जीत रहे हैं.”उन्होंने बोला कि बीजेपी प्रत्याशियों का बयान आ रहा है कि केंद्र में बीजेपी फिर से आती है तो संविधान बदला जाएगा. इस पर बीजेपी आलाकमान कोई सफाई नहीं दे रहा है. जनता में डर का माहौल है. संविधान, आरक्षण के साथ छेड़छाड़ हुआ तो दलित, ओबीसी वर्ग के लोगों में उबाल आ जायेगा.बता दें कि अजय निषाद मुजफ्फरपुर समाहरणालय में 30 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने आए थे, जहां 5वें चरण में 20 मई को वोटिंग होनी है. उनका मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी राजभूषण निषाद से है. अजय निषाद बीजेपी से कांग्रेस में आए हैं. 2019 में बीजेपी से जीते थे. अभी सांसद हैं. 2 बार बीजेपी से जीते हैं. 2019 में उन्होंने VIP पार्टी उम्मीदवार राजभूषण निषाद को करीब 4 लाख वोटों से हराया था. इस बार बीजेपी में टिकट नहीं मिला इसलिये अजय निषाद कांग्रेस में आ गये. राजभूषण निषाद को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है.