बताया जाता है कि सन्नी के घर नहीं लौटने पर परिजन उसे ढूंढने निकले तो उसे कुएं में गिरा पाया.
उसकी मृत्यु हो चुकी थी. परिवार वालों ने पूरे मामले की खबर उसके दोस्तों से ली तब आक्रोशित हो गए. इसके बाद ग्रामीण रात्रि में ही थाना पहुंच गए. थाने का घेराव कर शव के साथ प्रदर्शन करने लगे.आक्रोशितों ने थाने पर पथराव भी किया जिससे कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. कुछ पुलिसकर्मियों के जख्मी होने की भी खबर है. थाने का घेराव और ग्रामीणों के हंगामे की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय, नबीनगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय, बड़ेम ओपी प्रभारी सिमरन राज, एनटीपीसी खैरा प्रभारी पप्पू कुमार राकेश, बारुण थाना पुलिस समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद लोगों को समझाकर शांत कराया. रात में ही लाश का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया.थानाध्यक्ष प्रभुनाथ प्रकाश ने बताया कि किशोर की मृत्यु कुएं में डूबने से हुई है. हालांकि पुलिस की गस्ती वाहन को देखकर तीनों क्यों भागे थे ग्रामीण भी कुछ भी बताने से मना कर रहे हैं.