अशोक महतो ने ये भी बोला कि ये सब सरकार की दोहरी नीति है.
जब मेरी बेल हुई तो मुझे कई दिनों तक रोके रखा गया और इनको चुनाव के वक्त पैरोल पर बाहर निकाला गया है, ताकि चुनाव में फायदा मिल सके. ये दोषी नहीं हैं क्या? सरकार ने जानबूझ कर ऐसा किया है. ये कुछ भी करें तो मंगल राज है और दूसरे को जंगलराज बोलते हैं. वहीं, बाहुबली नेता अनंत सिंह ने गुरुवार (09 मई) को ही एबीपी से बातचाीत के क्रम में बोला था कि हम अपने कार्य के लिए आए हैं, चुनाव से हमको कोई मतलब नहीं है. ललन सिंह के लिए वोट मांगने के प्रश्न पर उन्होंने बोला था कि हम अपना घूम रहे हैं, किसी के लिए वोट नहीं मांग रहे हैं. हम अपने क्षेत्र में घूम रहे हैं.हालांकि अनंत सिंह का जो अंदाज है वो रोड शो के क्रम में साफ दिख रहा है. बिहार के छोटे सरकार पांच दर्जन से ज्यादा गाड़ियों के साथ चल रहे हैं. अनंत सिंह मोकामा बाढ़ के इलाकों में घूम रहे हैं. जगह-जगह पर लोग उनके स्वागत के लिए खड़े भी हैं. लोगों की भीड़ भी काफी उमड़ रही है.