बिहार के अररिया में शुक्रवार (3 मई) को चुनावी रैली के क्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तबीयत बिगड़ गई थी, उनके समर्थकों ने उन्हें संभाला और फिर गाड़ी मे बैठाकर रवाना किया. अब तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने समर्थकों को बताय है कि उनकी तबीयत क्यों बिगड़ी. साथ ही उन्होंने हिम्मत ना हारने की बात बोलते हुए समर्थकों का हौसला भी बढ़ाया. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके कमर में दर्द थी. कल सभा के क्रम में वो तकलीफ बढ़ गई थी. जिससे वो थोड़ा परेशान हो गए थे. हालांकि नेता प्रतिपक्ष ने ये भी बोला कि मेरा ये दर्द बिहार के उन करोड़ों बेरोजगार युवाओं की तकलीफ के आगे कुछ भी नहीं है, जो नौकरी-रोजगार की आस में बैठे हैं.तेजस्वी यादव ने पोस्ट कर बोला कि महीनों से सामाजिक राजनीतिक यात्रा के वजह से आराम के अभाव एवं निरंतर यात्रा के वजह से दो हफ्ते से कमर में हल्का दर्द था,
दो दिन से अचानक बढ़ गया,
लेकिन मेरा ये दर्द बिहार के उन करोड़ों बेरोजगार युवाओं की तकलीफ के आगे कुछ भी नहीं है, जो नौकरी-रोजगार की आस में बैठे हैं. जिनके सपनों को बीते 10 सालों में धर्म की आड़ में कुचला गया है. तेजस्वी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'छात्रों को पीड़ा है क्योंकि उन्हें अच्छी पढ़ाई नहीं मिल पा रही. बिहार के मेरे बुज़र्गों की पीड़ा है कि उन्हें अच्छी दवाई नहीं मिल पा रही, थाना और ब्लॉक के भ्रष्टाचार से आमजन परेशान है. हर वर्ग को पीड़ा है क्यूंकि उनके अधिकार, उनका इंसाफ उन्हें नहीं मिल पा रहा है. मैं इन सबों की तकलीफ में अपने आप को साझीदार मानता हूं."