जो निषाद समाज इसको इतनी ऊंचाई तक ले गया उसका साथ भी नहीं दिया.
अब लोकसभा मे तीन सीटें मिली तो किसी निषाद समाज को टिकट नहीं दिया." हरि सहनी ने आगे बोला कि 2020 के विधानसभा में एनडीए में 11 सीटें मिली तो एक भी मल्लाह को टिकट नहीं दिया. कुढ़नी, बोचहां उपचुनाव में भी किसी चुनाव में किसी मल्लाह को टिकट नहीं दिया. मुकेश सहनी के विधायकों के तोड़ने के इल्जाम पर मंत्री हरि सहनी ने बोला कि हमने विधायकों को तोड़ा है क्या? उसने किसी मल्लाह को टिकट नहीं दिया आज मल्लाह समाज के लोग बोल रहे हैं अगर हमें टिकट दिया होता तो ये दिन मुकेश सहनी को नहीं देखना पड़ता. इसका दोषी कौन?भारतीय जनता पार्टी है क्या?बीजेपी ने तो इन्हें हारने के बाद एमएलसी बनाया मंत्री भी बनाया, लेकिन मंत्री बनकर भी मल्लाहों के लिए कुछ नहीं किया.1935 में मछुआ कमेटी सोसाइटी बनी. इसी कमेटी के कानून के आधार पर मल्लाहों को तालाब मिलता था. मुकेश सहनी मंत्री बने तो इसे ओपन डाक का कानून बना दिया. निषाद समाज के लिए जल्लाद का कार्य किया.
मुकेश साहनी के निषाद वोटर्स पर पकड़ को लेकर मंत्री ने बोला कि पूरे बिहार का मल्लाह इसको सबक सिखाने का कार्य करेगा. इसको बताएगा कि सन ऑफ मल्लाह का कार्य क्या है. मंत्री इसलिए मल्लाह के पुत्र को बनवाये थे क्या कि बनकर ओपन डाक का कानून बना दिया. मल्लाह समाज में मुकेश साहनी को लेकर भारी नाराजगी है. उसने मल्लाहों को पूरे शरीर मे खंजर मारा है.