नगर थानाध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई और छापेमारी की गई.
छापेमारी के क्रम में मकान के अंदर चल रहे साइबर फ्रॉड के गोरखधंधा का पर्दाफाश हुआ. पुलिस ने 12 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. मकान के भीतर से सभी सामान को भी जब्त कर लिया गया.पुलिस ने जिन ठगों को गिरफ्तार किया है उनमें बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश के भी रहने वाले हैं. पुलिस ने यूपी के गाजीपुर जिले के रहने वाले शिवम सिंह, सत्येंद्र पटेल, रामदत कुमार, ओमनारायण यादव, प्रशांत सिंह, गौस अहमद, राहुल शर्मा, अभिषेक यादव, पश्चिम चंपारण के बगही बैरिया के विकास कुमार, गोपालगंज जिले के मांझा थाने के शेखपरसा निवासी कपूरचंद्रा राम, पंकज कुमार शर्मा और बबलू कुमार को गिरफ्तार किया है. पूछताछ के क्रम में इन लोगों ने प्रतिबंधित एप के माध्यम से साइबर ठगी का गोरखधंधा चलाने का खुलासा किया.पुलिस ने इनके पास से सात लैपटॉप, 42 मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप चार्जर, 17 मोबाइल चार्जर, एक वाई-फाई का राउटर, सात एक्सटेंशन बोर्ड, 75 सिम कार्ड, पांच बैंकों के पासबुक, 16 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड, तीन पैन कार्ड, छह विभिन्न बैंकों के चेकबुक बरामद किए गए है. मकान मालिक रविंद्र गुप्ता के बेटे विक्की गुप्ता ने अपने एक मंजिला मकान में इनको स्थान दी थी. फिलहाल विक्की फरार है.