जब फाइनल नतीजा आया तो एग्जिट पोल के परिणामो पर मुहर लग गई.
इस एग्जिट पोल ने बिहार की 40 सीटों में से एनडीए गठबंधन को 34 में से 36 सीट दिया था. वहीं, महागठबंधन के खाते में 4 से 6 सीट जाने का अनुमान लगाया.बिहार में 2019 लोकसभा चुनाव के जब परिणाम आए तो एग्जिट पोल के आंकड़े से भी भाजपा का बेहतर प्रदर्शन दिखा. 2019 के लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद का खाता भी नहीं खुला. एनडीए ने 40 में से 39 सीटों पर अपनी जीत हासिल की. बिहार में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 17, जदयू को 16, लोजपा को 6 और कांग्रेस को एक सीट मिली थी.इस बार यानी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 17 तो जदयू 16 सीटों पर चुनाल लड़ रही हैं. एनडीए कोटे से चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 5, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 1 और जीतन राम मांझी की हम को 1 सीट मिला है. वहीं, इंडिया गठबंधन में राजद 23, कांग्रेस 9, लेफ्ट पार्टियां 5 और वीआईपी 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बिहार में 23 सीटों पर जीत का परचम लहराया था. वहीं लालू प्रसाद की पार्टी राजद को महज 4 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. 2014 में जदयू ने एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था. नीतीश कुमार की पार्टी जदयू उस चुनाव में 2 सीटें मिली थीं. उसके अलावा, कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. और वहीं बीजेपी की सहयोगी एलजेपी को 6 सीटों पर जीत हुई थी.