18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू हो चुका है. पहले दिन 250 से ज्यादा नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण की. दूसरे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव, अयोध्या के सांसद अवधेश पासी और असदुद्दीन ओवैसी जैसे दिग्गजों ने शपथ ली.
लेकिन अभी भी 5 विपक्षी सांसदों ने शपथ ग्रहण नहीं की है, जिससे विपक्ष को लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में झटका लग सकता है. वहीं, पांच विपक्षी सांसदों के अलावा 2 निर्दलीय सांसदों ने भी शपथ ग्रहण नहीं की है.
इन विपक्षी सांसदों ने नहीं ली शपथ
लोकसभा सत्र के दूसरे दिन भी पांच विपक्षी सांसद और 2 निर्दलीय सांसद अनुपस्थित रहे. अनुपस्थित रहने वाले सांसदों में टीएमसी के शत्रुघ्न सिन्हा, दीपक अधिकारी, नुरूल इस्लाम. कांग्रेस के शशि थरूर. सपा के अफजाल अंसारी ने शपथ नहीं ली है. हालांकि, मतदान की प्रक्रिया शुरू होने से पहले कुछ विपक्षी सांसद बुधवार को भी शपथ ग्रहण कर सकते हैं. वहीं, दो निर्दलीय सांसद इंजीनियर रसीद और अमृत पाल ने भी शपथ नहीं ली है.
किसके पास कितना संख्या बल?
लोकसभा के स्पीकर के चुनाव को लेकर भी प्रक्रिया शुरू हो गई है. मंगलवार सुबह विपक्ष ने साफ कर दिया कि स्पीकर पोस्ट के लिए वह अपना उम्मीदवार उतारेंगे. एनडीए ने अपनी ओर से ओम बिरला को अपना उम्मीदवार बनाया है तो इंडिया ब्लॉक ने केरल से सांसद के. सुरेश को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
इसके अलावा के. सुरेश के नामांकन पत्र पर इंडिया ब्लॉक के सहयोगी दल डीएमके, शिवसेना (UBT), शरद पवार (एसपी) और अन्य ने साइन कर दिया हैं. हालांकि, टीएमसी ने अभी तक इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं.
बता दें कि लोकसभा स्पीकर के चुनाव में एनडीए की स्थिति इंडिया ब्लॉक के मुकाबले मजबूत है. बीजेपी के पास अपने 241 सांसद हैं और एनडीए के पास 292 सांसद हैं. वहीं, विपक्ष के पास 233 सांसद हैं, जिसमें से 5 सांसदों ने शपथ ग्रहण नहीं की है. इसकी वजह से वह लोकसभा स्पीकर के चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे.
लोकसभा स्पीकर को लेकर बिगड़ी बात
इससे पहले राजनाथ सिंह के साथ मीटिंग में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कल आपने कहा था कि हम डिप्टी स्पीकर को लेकर आपको बताएंगे, लेकिन अभी तक आपने बताया नहीं है. दरअसल, स्पीकर के नॉमिनेशन पेपर पर साइन करने के लिए राजनाथ सिंह ने केसी वेणुगोपाल को बुलाया था. डीएमके नेता टीआर बालू भी राजनाथ से मिलने पहुंचे थे.
बुधवार सुबह होगा मतदान
विपक्ष के लोकसभा अध्यक्ष के लिए उम्मीदवार उतारने के साथ ही अब 72 साल बाद चुनाव होगा. संसद में बुधवार सुबह 11 बजे लोकसभा अध्यक्ष के लिए मतदान होगा. अब से पहले लोकसभा स्पीकर का चुनाव आम सहमति के आधार पर किया जाता था, जबकि विपक्षी दल से जुड़ा नेता डिप्टी स्पीकर चुना जाता था.