हर्ष राज की सियासत में रुचि का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है
कि उसका फेसबुक अकाउंट मतदान से पहले शांभवी चौधरी के लिए प्रचार की तस्वीरों से भरा हुआ था. वहीं उनके पिता का बोलना है कि हर्ष राज राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं पाल रहा था. वो इस साल होने वाले पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ (पीयूएसयू) का चुनाव भी लड़ना चाहता था. इसके बाद उसने विधायक और सांसद बनने के भी सपने देखे थे. हर्ष राज के पिता बोलते है कि मैंने उससे हमेशा बोला कि वो ऐसी कल्पनाएं ने पालें और पढ़ाई पर ध्यान दे.दोस्तों को कहना है कि वो हर्ष राज हमेशा सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेता था. महामारी के दौरान उनसे गांव में प्रवासियों की सहायता भी की थी. हर्ष राज एक सामाजिक संगठन, लोक नायक युवा परिषद भी चलाता था. उसके संगठन की बढ़ती लोकप्रियता को देखकर दूसरे छात्रों में उसके विरुद्ध ईर्ष्या पैदा हो रही थी. छात्रों के बीच बढ़ती लोकप्रियता भी कत्ल का एक कारण बनी.बता दें कि कत्ल के मामले में अभी तक 3 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें अमन पटेल उर्फ अमन कुमार, चंदन यादव, आरुष सम्मिलित है. इसके अलावा रवीश कुमार उर्फ राहुल ने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस का बोलना है कि अन्य दो आरोपियों मयंक और शिवम को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.