यहीं पर अभ्यर्थियों को नीट का प्रश्नपत्र और उसका जवाब दिया गया था.
बता दें कि संजीव मुखिया नालंदा के नगरनौसा का रहने वाला है. वह फरार चल रहा है. उसने पहले भी इस तरह के कार्य किए हैं. लर्न प्ले स्कूल का जो अड्डा है वह प्रभात रंजन का है. इसे उसने किराए पर लिया है. प्रभात रंजन संजीव मुखिया का करीबी बताया जा रहा है. प्रभात रंजन दनियावां का प्रखंड प्रमुख रह चुका है. प्रभात रंजन की भी संलिप्तता की जांच की जाएगी.
एबीपी न्यूज़ की टीम जब रट्टामार वाले अड्डा पर पहुंची तो मकान के भीतर कोई भी नहीं था. यहां स्कूल चलता है और हॉस्टल भी है. जिस इलाके में यह स्कूल है वहां तक जाने के लिए अच्छी सड़क भी नहीं है. ऐसे में जानबूझ कर इस इलाके को चुना गया था कि किसी को कोई शक ना हो. अब जांच के बाद देखना होगा कि प्रभात रंजन की भूमिका इसमें कितनी है.