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पटना में अचानक बीमा भारती के आवास पहुंची रूपौली पुलिस, व्यवसायी कत्ल मामले में बेटे पर है इल्जाम


संवाद 


पूर्णिया की रूपौली थाना पुलिस मंगलवार (18 जून) को एकाएक आरजेडी नेता बीमा भारती के घर उनके बेटे को तलाश करते हुए पहुंच गई. छानबीन करने के लिए आई पूर्णिया पुलिस ने बीमा भारती से उनके बेटे के बारे में पूछा. दरअसल उनके बेटे पर रंगदारी मांगने और कत्ल करने के लिए सुपारी देने का इल्जाम है. पुलिस के घर में अचानक आने पर बीमा भारती काफी नाराज दिखीं. उन्होंने बोला कि उनका बेटा थाने जाएगा वहीं पूछताछ पुलिस करेगी. सरकार में नहीं हैं तो अचानक से सरकारी आवास में घुसकर आप लोग एक महिला को परेशान करिएगा. दरअसल आज ही बीमा भारती लालू यादव से मिलने राबड़ी आवास गईं थीं. वो रूपौली सीट से आरजेडी की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं. इससे पहले वो इसी सीट से जेडीयू की विधायक थीं. लेकिन जेडीयू से त्यागपत्र देने के बाद वो आरजेडी में चली गईं और अब आरजेडी से टिकट मिलने की आशा लगाए हुईं है. इस बीच बेटे के मामले में उनके आवास पर पुलिस का पहुंचना और जांच में बेटे का नाम आना उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है. बता दें कि भवानीपुर में बीते दो जून को व्यवसायी गोपाल यादुका की दिनदहाड़े कत्ल हुई थी. इस मामले में आरजेडी नेता और लोकसभा चुनाव में आरजेडी की प्रत्याशी रहीं बीमा भारती के पुत्र राजा कुमार पर इल्जाम है कि उन्होंने व्यवसायी की कत्ल के लिए पांच लाख की सुपारी दी थी. 

बीते सोमवार को ही इस मामले में पुलिस ने एक शूटर और लाइनर को गिरफ्तार किया है.

 साथ ही कत्ल में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है. पुलिस अब इस मामले में बीमा भारती के बेटे से पूछताछ करना चाहती है, जिसे लेकर वो उनके आवास पहुंची थी. इस हत्याकांड के तार रुपौली से 5 बार की विधायक और लोकसभा चुनाव में आरजेडी की प्रत्याशी रहीं बीमा भारती के बेटे से जुड़ा है. गोपाल यादुका की कत्ल करने की डील पांच लाख रुपये में फिक्स हुई थी. गिरफ्तार बदमाशों ने पुलिस को यह भी बताया कि कत्ल के बाद एक बासा में राजा कुमार ने पार्टी भी दी थी. गिरफ्तार शूटर ने पुलिस से पूछताछ में ये बताया है कि व्यवसायी की कत्ल के लिए उन्हें सुपारी दी गई थी. दोषियों ने बोला कि उन्हें रुपौली से पांच बार की विधायक और लोकसभा चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी बीमा भारती के पुत्र ने राजा ने उनसे ऐसा करने को बोला . जिसके लिए राजा और शूटर के बीच पांच लाख रुपये की डील हुई थी. पुलिस के मुताबिक व्यवसायी गोपाल यादुका के मर्डर में सम्मिलित आरोपियों की पहचान बीकोठी थाना क्षेत्र भतसारा गांव निवासी ब्रजेश यादव और भवानीपुर के विकास यादव, संजय यादव और विशाल राय के रूप में हुई है. बीमा भारती के बेटे राजा कुमार, संजय और ब्रजेश तीनों दोस्त हैं. तीनों की एक दूसरे से अच्छी जान पहचान थी. भवानीपुर थानेदार सुनील कुमार ने बताया कि व्यवसायी गोपाल यादुका के परिजनों ने घटना के बाद जमीनी विवाद का जिक्र किया था.इसके बाद पुलिस ने इस एंगल पर काम करना प्रारंभ किया. इस मामले में संजय नाम के ब्रोकर की भूमिका सामने आई. ब्रोकर के साथ रहने वाले लोगों की जानकारी जुटाई गई. इसके बाद पुलिस बी. कोठी थाना क्षेत्र के भतसारा गांव में रहने वाले ब्रजेश कुमार तक पहुंची. इस क्रम में पुलिस के पूछताछ में ब्रजेश ने बताया कि ब्रोकर संजय किसी की कत्ल के लिए भाड़े का शूटर खोज रहा था लेकिन काफी खोजने पर शूटर नहीं मिल सका. इसके बाद संजय ने बीमा भारती के बेटे राजा ये पूरी बात बताई. उसके बाद राजा ने शूटर का इंतजाम कराया.भवानीपुर के विशाल राय को गोपाल यादुका की कत्ल की सुपारी दी गई. कत्ल करने की डील पांच लाख रुपये में फिक्स हुई. इसमे शूटर विशाल ने पूरे कत्ल को अंजाम तक पहुंचाने के लिए विकास यादव की सहायता ली. इसके बाद 2 जून को चार अपराधियों ने मिलकर पूरे घटना को अंजाम दिया. इसके बाद कदमा बासा गांव में जमा हुए, फिर वहां बीमा भारती के बेटे ने सभी को मटन पार्टी दी.इसके बाद राजा ने विकास यादव को 50 हजार रुपये, ब्रजेश यादव को 4800 रुपये दिए. वहीं मर्डर से पहले ब्रजेश यादव को एडवांस के रूप में 76 हजार रुपये भेजे गए थे. आरोपी ब्रजेश यादव और विकास यादव की गिरफ्तारी की भनक लगते ही बीमा भारती का बेटा राजा पूर्णिया छोड़कर भाग निकला. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है. वहीं, ब्रोकर संजय को लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.

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