सुबह में पता चला कि इस तरह की घटना हो गई है.
बताया कि राशिद हजाम मजदूरी करते थे.बताया जाता है कि राशिद के कमाने से ही घर चलता था. परिवार वालों का मानना है कि किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं थी. राशिद के पास जमीन भी नहीं है कि भूमि विवाद में इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया हो. उधर घटनास्थल से पुलिस को गोली का खोखा नहीं मिला है. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया है.इटाढी थानाध्यक्ष रविकांत प्रसाद ने फोन पर बताया कि घर के बाहर व्यक्ति सोया हुआ था. उसके सिर में गोली मार दी गई है. घटनास्थल से खोखा आदि नहीं मिला है. परिजनों के बयान पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा. अभी तक आवेदन नहीं मिला है. हालांकि थानाध्यक्ष ने यह भी बोला कि हो सकता है कि घर के बाहर राशिद हजाम सोता था तो उसने कुछ देखा होगा. इसी कारण से मामला दबाने के लिए कत्ल की गई हो.