पाटलिपुत्र लोकसभा सीट (Patliputra Lok Sabha Seat) से बीजेपी प्रत्याशी राम कृपाल यादव पर शनिवार (01 जून) की शाम मसौढ़ी के तिनेरी गांव के पास आक्रमण हो गया. इस घटना में वो बाल-बाल बच गए. फायरिंग भी हुई थी. अब राम कृपाल यादव की पहली प्रतिक्रिया आई है. रविवार (02 जून) को उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की. बताया कि कैसे पूरी घटना हुई है.राम कृपाल यादव ने बोला, "कल मैं अपने क्षेत्र में घूम रहा था. अंत में मसौढ़ी गया तो पता चला कि रेखा पासवान जो स्थानीय विधायक (आरजेडी) हैं उन्होंने तिनेरी बूथ पर अवैध तरीके से अंदर जाकर बवाल किया था. इसका लोगों ने विरोध भी किया. शासन-प्रशासन आया और अपना कार्य किया. मैं जब गया तो उस समय लगभग 6.30 बज रहा होगा. पोलिंग बूथ बंद हो गया था."आगे राम पाल यादव ने बोला, "मैं अपने समर्थकों से बातचीत कर रहा था. वहां से फिर निकला तो तिनेरी के बगल में एक गांव है जमलपुरा, पिछली बार भी रेखा पासवान ने जाकर बवाल किया था. यहां मैं लोगों से मिलने जा रहा था तो रास्ते में निकलते के साथ पटना-डोभी फोर लेन पर 20-25 आदमी इकट्ठा थे.
जैसे ही मैं गया तो तीन-चार राउंड फायरिंग की गई.
काफी भीड़ थी. मैं सोच भी नहीं सकता कि मेरे ऊपर फायरिंग हो सकती है क्योंकि आज तक मैंने हिंसा की सियासत नहीं की. 40 वर्ष हो गए. मैं तो अकेले चलने वाला व्यक्ति हूं. मैं आरजेडी में भी था.एबीपी न्यूज़ से बातचीत में राम कृपाल यादव ने विपक्ष पर आक्रमण बोला. कहा कि हिंसा की ये राजनीति बहुत दुखद है. सारण में भी इस तरह की वारदात हुई थी. विपक्ष बौखला गया है. उन्होंने यह भी बोला कि जब फायरिंग हुई तो मौके पर जो कुछ मेरे समर्थक थे तिनेरी गांव के ही उनको पकड़कर ईंटा-पत्थर चलाया गया. लोगों को मारा गया. रिवॉल्वर के बट से मारा गया. मैंने एफआईआर दर्ज कराई है. निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी.