यह दर्शाता है कि आपने आधे मन से शपथ ली है.
दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी को 18वीं लोकसभा की कार्यवाही के दूसरे दिन लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए प्रोटेम स्पीकर ने बुलाया. असदुद्दीन ओवैसी आए और उन्होंने बिस्मिल्लाह पढ़कर शपथ ली. सांसद पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने जाते-जाते 'जय भीम, जय तेलंगाना और बाद में जय फिलिस्तीन' का नारा लगा दिया. उनके इसी बयान को लेकर हंगामा मचा है.उन्होंने जैसे ही यह नारा लगाया तो संसद में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने बवाल शुरू कर दिया. अब निरंतर असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान के विरुद्ध प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. विवाद बढ़ रहा है और अब उनकी लोकसभा सदस्यता जाने पर बात आ गई है. ओवैसी को सांसद के तौर पर अयोग्य घोषित करने के लिए राष्ट्रपति के समक्ष शिकायत दर्ज की गई है.