चिराग पासवान ने मीडिया के प्रश्नों का जवाब देते हुए बोला कि बैठक सिर्फ एक मुलाकात थी. वहीं संसद भवन में हुई बैठक पर बोला कि वहां रक्षा मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री भी उपस्थित थे. यह शिष्टाचार मुलाकात थी, कोई खास चर्चा नहीं हुई. चुनाव परिणामों के बाद हमलोग मिले नहीं थे, इसलिए सभी से मिले और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दी.
आपको बता दें कि इससे पहले बिहार से पांच सांसद देने वाले चिराग पासवान जब शुक्रवार को दिल्ली में एनडीए की बैठक में सम्मिलित हुए तो काफी खुश नजर आ रहे थे.
वहां उनकी मुलाकात हिमाचल से सांसद बनी कंगना रनौत से हो गई,
जो 13 वर्ष पहले उनके साथ फिल्मों में काम कर चुकीं थीं. दोनों एक दूसरे का हाल चाल पूछा और फिर कुछ राजनीति की बातें भी हुईं.
सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान ने एनडीए सराकर में अपनी कोई शर्त नहीं रखी है, उनका बोलना है कि वो नरेंद्र मोदी के हनुमान बनकर काम करेंगे. जो भी जिम्मेवारी दी जाएगी उसको अच्छी तरीके से निभाएंगे. उनका बोलना है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश और बिहार को आगे ले जाना है. शुक्रवार को पुराने संसद भवन के हॉल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा. जिसका सभी सहयोगी दलों ने अनुमोदन किया. बैठक में बिहार के भी सभी नवनिर्वाचित सांसद उपस्थित रहे. चिराग पासवान, नीतीश कुमार, जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह समेत सभी नेताओं ने पीएम मोदी के प्रधानमंत्री बनाए जाने पर एक मत से मंजूरी दी. इसके साथ ही तमाम नेताओं ने एक दूसरे को शुभकामनाएं भी दी.