दीपांकर भट्टाचार्य ने बोला कि जदयू विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में भी सम्मिलित रहा था
लेकिन जदयू 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गया. भाजपा और राजग में सम्मिलित दलों जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) ने राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 30 सीटें जीतीं, जबकि ‘इंडिया’ को नौ सीट पर ही जीत मिली. वहीं, एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने जीत दर्ज की.भाकपा (माले) के नेता भट्टाचार्य ने कहा कि पूर्णिया में निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने जीत प्राप्त की क्योंकि राजद ने कांग्रेस को सीट देने से मना कर दिया था. उन्होंने बोला कि भाकपा (माले) ने सीवान सीट की मांग की थी लेकिन राजद ने वहां से चुनाव लड़ा और तीसरे स्थान पर रही और यह सीट जदयू ने जीती. भाकपा (माले) ने आरा और काराकाट दो सीट पर जीत प्राप्त की है. उन्होंने बोला, ‘‘कुछ गलतियों का शायद व्यापक असर हुआ. इसका प्रभाव कई सीटों पर पड़ा. पूर्णिया का ही उदाहरण लीजिए, पप्पू यादव यह सीट जीतने में सफल रहे लेकिन यह अकल्पनीय है कि इस प्रकार के ध्रुवीकृत चुनाव में राजद के आधिकारिक उम्मीदवार को 30,000 से भी कम वोट मिले.’’