दिल्ली में जेडीयू नेता पार्टी की संसदीय दल की बैठक सीएम नीतीश के आवास पर चल रही है. एनडीए सरकार की गठन को लेकर जेडीयू की ओर से कई मांगों की बात सामने आ रही है. मिली सूचना के अनुसार कई फॉर्मूला पर बात चल रही है. फॉर्मूला नंबर एक चार सांसद पर मंत्री बनाया जाए तो जेडीयू को तीन मंत्री बनेंगे. फार्मूला नंबर दो- अगर तीन सांसद पर मंत्री बनाए जाएंगे तो चार सांसद बन सकते हैं.वहीं, जेडीयू से मंत्री बनने की रेस में अगड़ी जाति से ललन सिंह हो सकते हैं. अति पिछडी जाति से मंत्री बनाए गए तो रेस में राम नाथ ठाकुर बन सकते हैं. इसके अलावे पिछडी जाति में कुशवाहा को अगर बनाया गया तो सुनील कुमार वाल्मीकि नगर के सांसद रेस में आगे हैं.बता दें कि दिल्ली में एनडीए के सांसदों की बैठक हो रही है. इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के सांसदों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दिल्ली में बैठक की. इस बैठक में जेडीयू के सांसद सम्मिलित हुए. इस क्रम में जदयू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को पूर्ण समर्थन की बात दोहराई.जेडीयू की यह बैठक सरकार गठन व केंद्रीय कैबिनेट समेत विभिन्न मुद्दों पर सहमति व सूचना के लिहाज से महत्वपूर्ण बताई जा रही है.
बैठक में पूर्व सांसद आनंद मोहन, सांसद ललन सिंह सहित जनता दल यूनाइटेड के तमाम वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे.
बैठक से पहले जेडीयू के सांसदों ने रेल मंत्रालय की मांग दोहराई. गौरतलब है कि अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में नीतीश कुमार रेल मंत्री रह चुके हैं.हालांकि औपचारिक तौर पर जेडीयू ने कैबिनेट में स्थान और पोर्टफोलियो को लेकर कोई वर्णन नहीं दिया है. जेडीयू सांसद व नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले सांसद ललन सिंह कह चुके हैं कि कैबिनेट का विषय प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है. और बता दे कि बैठक में जाते हुए कुछ सांसदों ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग भी की.