मां जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी जिला के पुनौरा धाम मंदिर के आसपास बेहतर पर्यटकीय सुविधाओं के विकास एवं आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए 50 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. शनिवार (22 जून) को पर्यटन विभाग की टीम ने सीतामढ़ी के जिला पदाधिकारी रिची पांडेय के साथ स्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने मंदिर के करीब 50 एकड़ भूमि को अधिग्रहण के लिए चिह्नित करते हुए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को इस दिशा में कार्रवाई प्रारंभ करने के निर्देश दिए.दरअसल, मार्च में राज्य कैबिनेट से भूमि अधिग्रहण की सैद्धान्तिक मंजूरी मिली थी. इसके बाद पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने कार्य शुरू कर दिया है. पुनौरा धाम के विस्तार के लिए स्थल जांच के क्रम में बिहार पर्यटन विकास निगम के महाप्रबंधक अभिजीत कुमार, जिला भू-अर्जन अधिकारी विनोद प्रसाद सिंह समेत कई अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे.वर्तमान में रामायण परिपथ के अंतर्गत अयोध्या आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक निश्चित रूप से मां जानकी की जन्म भूमि के दर्शन के लिए पुनौरा धाम पहुंचते हैं.
अयोध्या से पुनौरा धाम जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग भी बनाया जा रहा है.
पर्यटन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि सुविधा बेहतर होने के वजह से पुनौरा धाम में श्रद्धालु और पर्यटक अधिक संख्या में आएंगे. सुविधा के लिए कई पर्यटकीय आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कराया जाना है.पर्यटन विभाग की तरफ से पुनौरा धाम मंदिर के विकास के लिए 72.47 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है. इस योजना के तहत परिक्रमा पथ, सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका, जानकी महोत्सव क्षेत्र का विकास, सुंदर वास्तुशिल्प से सुसज्जित दीवारें, पार्किंग और अन्य पर्यटकीय सुविधाओं का विकास वर्तमान में किया जा रहा है. इससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और सरकार को राजस्व मिलेगा. साथ ही आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार की संभावनाएं भी सृजित होंगी.